अक्षय पात्र को मिला गांधी शांति पुरस्कार


नई दिल्लीः अक्षय पात्र फाउंडेशन को देशभर में लाखों बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराकर भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में योगदान के लिए वर्श 2016 का प्रतिष्ठित गांधी शांति पुरस्कार दिया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में देश के सम्माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद और देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त रूप से नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र श्री मधु पंडित दास, चेयरमैन-अक्षय पात्र फाउंडेशन को सौंपा।


समारोह में केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री डॉ. महेष षर्मा, सांसद श्री लाल कृश्ण आडवाणी और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर 1995 में सरकार द्वारा शुरू किया गया यह वार्षिक पुरस्कार महात्मा के विचारों का पालन करते हुए सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक परिवर्तन की दिशा में योगदान देने के लिए व्यक्तियों और संस्थानों को दिया जाता है।


16 जनवरी, 2019 को पिछले चार वर्शों के पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की गई। निर्णायक मंडल में शामिल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी; देश के मुख्य न्यायाधीश श्री रंजन गोगोई; लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन; लोकसभा में कांग्रेस के नेता श्री मल्लिकार्जुन खड़गे और संसद सदस्य श्री लाल कष्ण आडवाणी ने सर्वसम्मति से सामाजिक क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए अक्षय पात्र का चयन किया।


पुरस्कार हासिल करने पर श्री मधु पंडित दास ने कहा, ’’गांधी शांति पुरस्कार के लिए चुना जाना अक्षय पात्र के लिए बेहद गर्व और सम्मान का विषय है। ’’कोई भी बच्चा भूख की वजह से शिक्षा से वंचित न रहे’’ के सपने के साथ हम वर्ष 2000 से सरकारी स्कूलों में बच्चों को ताज़गी और पोषण से भरपूर भोजन परोस रहे हैं।’’ फाउंडेशन देश में भूख और कुपोषण की समस्या के समाधान की कोशिश कर रहा है और 12 राज्यों में सरकारी एवं सरकारी सहायताप्राप्त स्कूलों में मिड-डे मील योजना लागू कर शिक्षा को प्रोत्साहित करता है।


अपने संबोधन में राष्ट्रति श्री रामनाथ कोविंद ने बड़े पैमाने पर पोषणयुक्त मिड-डे मील के साथ बच्चों को भोजन कराने के अक्षय पात्र के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, ’’बच्चों कोगुणवत्तापूर्ण और स्वच्छ खाना खिलाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर अक्षय पात्र ने विश्वस्तरीय मानक स्थापित किया है। अपने प्रयासों के माध्यम से फाउंडेशन देश के 12 राज्यों में करीब 18 लाख बच्चों तक पहुंचता है। मुझे जानकारी मिली है कि अक्षय पात्र अपने प्रयासों के माध्यम से भूख खत्म करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के दो संयुक्त राष्ट्र स्थायी विकास लक्ष्यों की दिशा में भी योगदान दे रहा है।’’


समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ’’अक्षय पात्र ने सरकार के साथ सफल सार्वजनिक-निजी साझेदारी के माध्यम से बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने के सरकार के प्रयास को पेशेवर बनाया है। मुझे हाल ही में वृंदावन में अक्षय पात्र का 300 करोड़वां भोजन परोसने का अवसर भी मिला।’’ उन्होंने यह भी कहा, ’’अगर बच्चे सेहतमंद हैं तो भारत सेहतमंद होगा।’’


फाउंडेशन की उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय पात्र के प्रयासों की सराहना की थी। उन्होंने कहा, ’’अक्षय पात्र को लाखों बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने के लिए गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा श्री मधु पंडित दास को प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इन सम्मान के लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने आखिर में कहा, ’’मैं आपको इन बेहतरीन उपलब्धियों के लिए बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि आप सेवा एवं समर्पण की प्रवृत्ति बनाए रखेंगे।’’


गांधी शांति पुरस्कार जीतकर अक्षय पात्र ने दुनिया भर के स्वार्थरहित व्यक्तियों और संगठनों की सूची में अपनी जगह बना ली है जिनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला; दक्षिण अफ्रीकी कार्यकर्ता डेसमंड टूटू; सामाजिक कार्यकर्ता बाबा आम्टे और पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट (चिपको आंदोलन के लिए प्रख्यात) के साथ ही देश की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और बांग्लादेश का माइक्रोफाइनेंस संगठन ग्रामीण बैंक जैसे संस्थान शामिल हैं।


फाउंडेशन को सरकार की ओर से लगातार मिल रहे समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए श्री मधु पंडित दास ने कहा, ’’बच्चों को भोजन परोसने का अवसर उपलब्ध कराने के लिए हम मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), भारत सरकार और सभी राज्य सरकारों का आभार व्यक्त करते हैं।’’ उन्होंने प्रत्येक स्कूली दिन सरकारी एवं सरकारी सहायताप्राप्त स्कूलों में बच्चों की शिक्षा का समर्थन करने के अक्षय पात्र के प्रयासों को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार और निर्णायक मंडल के सभी सम्मानित सदस्यों का भी धन्यवाद ज्ञापित किया।


देश में क्लासरुम हंगर की समस्या का समाधान करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए श्री मधु पंडित दास ने कहा, ’’मैं ऐसे संगठन का हिस्सा बनकर सौभाग्यशाली, विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हूं जो गुणवत्तापूर्ण, पोषण से भरपूर और स्वादिष्ट मिड-डे मील 17.6 लाख बच्चों तक पहुंचाता है और इस तरह उन्हें स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करता है। हमारे सभी सहयोगियों के सामूहिक प्रयासों से ही यह सब कुछ संभव हो सका है।’’


उन्होंने इस कार्यक्रम में पुरस्कार प्राप्त करने के लिए सुलभ इंटरनेशनल, एकल अभियान ट्रस्ट, विवेकानंद केंद्र और श्री योहेई सासाकावा को भी बधाई दी।