एयरबस इंडिया ने शुरू किया विमेन रिटर्नी प्रोग्राम- फ्लाई अगेनएयरबस इंडिया ने शुरू किया विमेन रिटर्नी प्रोग्राम- फ्लाई अगेन



नई दिल्ली,  एयरबस इंडिया ने सैबैटिकल या मैटरनिटी लीव (मातृत्व लाभ अवकाश) के बाद कॉरपोरेट सेक्टर में लौटने की इच्छा रखने वाली महिला पेशेवरों के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है।


ढांचागत मॉनिटरिंग, कुशलता बेहतर बनाने और ऑनबोर्डिंग के माध्यम से सुगम तरीके से पेशेवर जीवन में महिलाओं की वापसी सुनिश्चित करने के एयरबस इंडिया के प्रयासों के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को ’’फ्लाई अगेन’’ शुरू किया गया।


एयरबस इंडिया चुनिंदा उम्मीदवारों की कुशलता में अंतर को पाटने के लिए मेंटरशिप प्रोग्राम, फंड रिटर्नशिप और ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन करेगी। कंपनी रिटर्नी प्रोग्राम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए जॉब फेयर का आयोजन भी करेगी।


आनंद स्टैनली, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एयरबस इंडिया और साउथ एशिया ने कहा, ’’एयरबस सभी के लिए समान अवसर तैयार करने में भरोसा करती है। इस दिशा में काफी प्रगति की गई है लेकिन हम और भी करेंगे। आज हम नेतृत्व भूमिका में अधिक महिलाओं को ला रहे हैं और ऐसा करना तब तक जारी रखेंगे जब तक यह अपवाद नियम नहीं बन जाता है।’’


’’फ्लाई अगेन’’ एयरबस इंडिया को प्रतिभाओं की इसकी जरूरत पूरा करने में मदद करेगा और इसके साथ ही कार्यबल में विविधता और समावेशन को बढ़ावा देगा, लंबी अवधि की कारोबारी सफलता में योगदान देगा। लौटने की इच्छा रखने वाली चुनिंदा महिलाएं उसी ग्रेड और स्तर पर संगठन का हिस्सा बनेंगी जो उनकी प्रतिभा और विशेषज्ञता से मेल खाता हो।


सूरज क्षेत्री, प्रमुख, मानव संसाधन, एयरबस इंडिया एंड साउथ एशिया ने कहा, ’’ये रिटर्नी इंटर्नशिप नहीं बल्कि पूर्णकालिक रोजगार अवसर होंगे जो हम लौटने वाली महिलाओं को देंगे।’’ उन्होंने कहा, ’’अत्यधिक कुशल महिलाओं का एक समूह है जो एक ब्रेक के बाद काम पर लौटना चाहता है। ’’फ्लाई अगेन’’ के माध्यम से हम विविध प्रतिभाओं को अपने साथ जोड़ने और उन्हें बनाए रखने की दिषा में काम कर रहे हैं।’’


एयरबस में विविधता इसकी पहचान का मूल तत्व है। कंपनी के भीतर 130 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व है और 20 से अधिक भाशाएं बोली जाती हैं। इंप्लॉई रिसोर्स ग्रुप-बैलेंस फॉर बिज़नेस- में दुनिया भर से 4,000 से अधिक कर्मचारी कंपनी की संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। यह कार्य-जीवन संतुलन, करियर विकास, विकलांग कर्मचारियों का एकीकरण, लैंगिक संतुलन को आगे बढ़ाने जैसे विशयों पर काम करता है और यह सुनिश्चित करता है कि कंपनी अपने एलजीबीटीआई चार्टर के प्रति प्रतिबद्ध है।