निट में ‘नैनो साइंस और इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी’ विषय पर 7 वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन


राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट)कुरूक्षेत्र में भौतिकी विभाग द्वारा ‘नैनो साइंस और इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नोलॉजी’ विषय पर 7 वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया । इस सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यअतिथि के रूप में सीएसआईओ, चंडीगढ़ के निदेशक प्रो. आर.के. सिन्हा द्वारा किया गया। यह वैज्ञानिक सम्मेलन टीईक्यूआईपी-थ्री द्वारा प्रायोजित किया गया था । इस अवसर पर प्रो. सिन्हा ने भारतीय विज्ञानविदें की विशाल वैज्ञानिक विरासत के महत्व और उनके अद्वितीय नवाचारों के कारण पडऩे वाले  सामाजिक प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा, उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित युवा पीढिय़ों से विज्ञान में आगे आने और उसे अपना महत्वपूर्ण  योगदान देने का आग्रह किया, जिससे कि बेहतर जीवनयापन के लिए समाज में क्रांति लाई जा सके।

सम्मेलन के दूसरे सत्र में आईआईटी कानपुर से आए प्रो. देशदीप सहदेव ने हॉल ही में इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप में उन्नति और भारतीय प्रौद्योगिकीविदें द्वारा विकसित स्वदेशी प्रौद्योगिकी और उपकरणों की प्रगति के बारे में बताया। उन्होंने इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न वैज्ञानिक विचारों और प्रक्रियाओं को समझाया। आईआईटी मंडी की प्रोफेसर डा. सुमन कल्याण पाल ने  विशेष रूप से सौर यंत्रों के विकास के लिए 2-डी ग्राफीन और एमओएसटू परतों के विभिन्न ऑप्टोइलेक्ट्रोनिक अनुप्रयोगों के बारे में बताया। उन्होंने संश्लेषण और उनके वर्णन में शामिल विभिन्न प्रक्रियाओं को फेमटोसेकंड में तकनीकी से खोजा। आईआईटी रुडक़ी से आए हुए डा. विवेक मलिक  ने सहसंबद्ध प्रणाली में चुंबकत्व के विभिन्न आकस्मिक घटनाओं को विस्तृत किया । डॉ. अजीत कुमार, डीटीयू नई दिल्ली ने विशेष ऑप्टिकल फाइबर के लिए नए डिजाइन की व्याख्या की जिसके द्वारा उच्च शक्ति लेजर का निर्माण किया जा सकता है। इसके पश्चात  देशभगत विश्वविद्यालय के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और प्रो-वाइस-चांसलर डॉ0 ए.के. पॉल ने बढ़ते पर्यावरण प्रदूषकों के लिए अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और ऑर्थो-फॉस्फेट आधारित कीटनाशकों की चुनिंदा पहचान के लिए धातु ऑक्साइड (एमओएफ) ढांचे के साथ सामग्रियों का उपयोग की आवश्कता पर बल दिया । उन्होंने विभिन्न विस्फोटक की पहचान के लिए ,एमओएफ सामग्री पर आधारित विभिन्न वैज्ञानिक परिणाम भी दिखाए। 

सम्मेलन के अंतिम सत्र में विभिन्न संस्थानों से उपस्थित छात्रों और अध्यापकों  ने अपने वैज्ञानिक प्रयोगों को प्रस्तुत किया और मौखिक प्रस्तुति में परिणामोंं पर चर्चा की।  इस सम्मेलन के दौरान लगभग 100 प्रतिभागियों ने पोस्टर के रूप में अपना काम प्रस्तुत किया, जबकि 12 ने मौखिक प्रस्तुति दी । सम्मेलन के अंतिम सत्र में, सम्मेलन के अध्यक्ष और भौतिकी विभाग के प्रमुख प्रो. आर.पी. चौहान ने  सर्वश्रेष्ठ पोस्टर और सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया । डॉ. अमित कुमार, अलेश कुमार, शुभांगी और रश्मि ने सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति का पुरस्कार जीता। इस सम्मेलन के समन्वयक डॉ0 यशश्चंद्र द्विवेदी, डॉ0 सी0 आर0 मैरियप्पन और डॉ0 अवनीश कुमार त्रिपाठी थे। सम्मेलन के अंत में डॉ0 यशश्चंद्र  द्विवेदी ने सम्मेलन की संक्षेप रिपोर्ट प्रस्तुत की और प्रतिभागियों और विजेताओं को बधाई दी।  इस अवसर पर प्रो. नीना जग्गी, प्रो0 अश्वनी कुमार, डॉ0 अनुराग गौड़, डॉ0 प्रकाश चंद,  विभिन्न संकायों के अध्यापकगणों सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।