शिवरात्रि पर कन्हैया की नगरी बन गई शिव नगरी


मथुरा। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कन्हैया की नगरी ऐसी  शिव नगरी बन गई कि सभी रास्ते शिव मंदिरों की ओर मुड़ गए।


एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मंदिरों में अधिक भीड़ होने के बावजूद कहीं से किसी अप्रिय घटना का समाचार नही है।उन्होंने बताया कि शहर में निकाली जानेवाली शिव बारात भी सकुशल शहर के विभिन्न भागों से होकर निकल गई।


श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान से निकाली गई शिव बारात को देखने के लिए बारात निकलने के मार्ग पर लोगों का हजूम जुड़ गया था। इस बारात में बरातियों को जिस प्रकार से जीवन्त स्वरूप दिया गया था उसकी सभी ने प्रशंसा की।


जिस प्रकार से शिव मंदिरों में भक्तें का जमावड़ा रहा उससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह नगरी काशी बन गई है। रंगेश्वर मंदिर हो या गल्तेश्वर, मंदिर, भूतेश्वर मंदिर हो या गोकर्ण मंदिर, गोपेश्वर मंदिर हो या चकलेश्वर मंदिर अथवा नन्दगांव का आशेश्वर  मंदिर या अन्य कोई शिव मंदिर – हर मंदिर में सुबह से ही भक्तें में एक प्रकार से भोलेनाथ का अभिषेक करने की होड़ सी लग गई। शहरी क्षेत्र के आधा दर्जन मंदिरों में तो सुबह पूजन के लिए भी लम्बी लाइने लग गई थीं। घंटे, घड़ियाल, शंख आदि की घ्वनि के साथ साथ बम भोले की आवाज से सुबह से ही शिव मंदिर गूंज रहे थे। रंगेश्वर मंदिर के मंहंत दामोदरनाथ गोस्वामी ने बताया कि उनके मंदिर में  कई नव विवाहिताओं ने पुत्र रत्न की प्राप्ति की आशा में जेहर चढाई और परिवारीजनों ने शिव पूजन किया।


  द्वारकाधीश मंदिर के जन संपर्क अधिकारी एव अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा की कार्यकारिणी के सदस्य राकेश तिवारी ने बताया कि शाम को शिव मंदिरों में आकर्षक फूल बंगले बनाए गए तथा महिलाओं ने भोलेनाथ की आराधनास्वरूप गीत भी गाए। कुल मिलाकर आज कन्हैया की नगरी में भक्ति नृत्य कर रही थी।