लोस चुनाव-2019 के नतीजों ने दिलाई वर्ष-1977 और 1980 की याद

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 में ताजा रुझानों का अवलोकन करें तो वर्ष-2019 के नतीजे 1977 और 1980 के के परिणामों की याद दिलाते हैं। जब देश में एक राजनीतिक पार्टी का वर्चस्व था।


चुनाव आयोग की वेबसाइट से जो आंकड़े लिए गए हैं उसमें यह दिखाया गया है कि सुबह 11 बजकर 3 मिनट तक करीब 19 फीसदी वोटों की गिनती हुई थी। भाजपा 28 लोकसभा सीटों पर आगे चल रही थी और उसका वोट शेयर करीब 40 फीसदी था, जो 2014 के उसके वोट शेयर से 9 फीसदी ज्यादा था।



1984 के बाद से अब तक ऐसा वोट शेयर किसी भी पार्टी के पक्ष में देखने को नहीं मिला। उस चुनाव में भावनात्मक तौर पर लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया था। उस वक्त कांग्रेस का वोट शेयर 48.1 फीसदी था और उसने 415 सीटें जीती थी।


अगर यही रुझान बना रहता है तो 2019 का परिणाम ठीक वैसा ही होगा जैसी जीत 1977 में जनता पार्टी और 1980 में कांग्रेस पार्टी को हासिल हुई थी। साल 1980 में कांग्रेस ने 353 लोकसभा सीट 42.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीती थी। जबकि, 1977 में जनता पार्टी ने 41.3 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 295 सीटों पर विजय का पताका फहराया था।



कुछ क्षेत्रों को छोड़ दें तो पूरा रूझान 1977 और 1980 ही है। एक तरफ जहां जनता पार्टी को 1977 के चुनाव में उत्तरी राज्यों में शानदार जीत मिली थी, कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश (42 में से 41 पर जीत) और कर्नाटक (28 में से 26 पर जीत) में जीत दर्ज की थी। ठीक उसी तरह 1980 में कांग्रेस देश के सभी राज्यों में अधिकतर सीटें जीतने के बावजूद पश्चिम बंगाल में सिर्फ चार लोकसभा सीट ही जीत पाई थी।