मल्टीप्लेक्स में छत्तीसगढ़ी फिल्मों को जगह नहीं, 5 जून को प्रदर्शन


उपेक्षा से छालीवुड के फिल्म निर्माता, कलाकार नाराज





बिलासपुर। छत्तीसगढ़ी फिल्मों को मल्टी प्लेक्स में जगह नहीं देने के खिलाफ में इस बार पूरा छालीवुड लामबंद हो चुका है। इसके लिए ५ जून को मल्टीप्लेक्स के सामने शांतिपूर्ण ढंग से धरना देकर बंद कराया जाने का ऐलान कर दिया गया है। 

छत्तीसगढ़ के सभी मल्टीप्लेक्स द्वारा छत्तीसगढ़ी फिल्मों की लगातार अवहेलना और अपमान किया जा रहा है । जिसके विरोध स्वरूप ५ जून को राजधानी रायपुर के सभी मल्टीप्लेक्स सिनेमा में धरना देकर शांतिपूर्ण ढंग से १ दिन के लिए मल्टीप्लेक्स बंद कराने का ऐलान किया गया है। इसके पूर्व इस संबंध में छत्तीसगढ़ी सिनेमा के निर्माताओं निर्देशकों कलाकारों टेक्नीशियन ओं की आम सहमति भी ली गई है। ज्ञात हो कि ५ जून को सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म भारत रिलीज होने जा रही है। 

वही आंदोलन करने वाले छत्तीसगढ़ी सिनेस्टार और निर्माता निर्देशकों की मांग है हमारी बोली हमारी भाषा हमारे प्रदेश को सही सम्मान मिले और जिस तरह यह मल्टीप्लेक्स मालिक बॉलीवुड और हॉलीवुड की फिल्मों को अपनी सिनेमा घरों में जगह देते हैं उतने ही सम्मान से मल्टीप्लेक्स में हमारी छत्तीसगढ़ी फिल्म भी प्रदर्शित करें।

छत्तीसगढ़ी फिल्म हिंदी फिल्मों के व्यवसाय में असर डालती है इसलिए मुंबई और अमरावती में बैठे सिनेमा संचालक नहीं चाहते, ताकि छत्तीसगढ़ी फिल्म व्यवसाय बढ़े इसलिए यह छत्तीसगढ़ी भाषा के खिलाफत करने की मंशा से हमारी छत्तीसगढ़ी फिल्में प्रदर्शित नहीं करने के कुचक्र तैयार किया गया है।जिसके विरोध में भी यह प्रदर्शन है। 

वही यह भी मांग की गई है कि प्राइम टाइम में २०० छत्तीसगढ़ी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों में लगाया जाए । क्योंकि महाराष्ट्र में मराठी फिल्म को लगाना अनिवार्य किया गया है।

इसी तर्ज पर यहां पर भी फिल्में लगाई जानी चाहिए। वही प्रेस कॉन्प्रâेंस में छालीवुड के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ी फिल्म के दर्शक मल्टीप्लेक्स के लायक नहीं है क्योंकि केंटीन के सामानों को नही खरीदते है।