भोपाल, नीट बगैर डॉक्टर बनने का सुनहरा अवसर



भोपाल। शहीद हेमु कालानी ऐजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित संत हिरदाराम मेंडिकल ऑफ नैचरोपैथी एंड योगिक सांइसिस संत हिरदाराम नगर भोपाल में बैचलेर ऑफ नैचरोपैथी एंड योगिक सांइसिस का पाठ्यक्रम छात्राओ के लिए संचालित किया जाता है।



इस वर्ष भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा निर्णय लिया गया कि बी.एन.वाय.एस. पाठ्यक्रम सी.सी.आई.एम/सी.सी.एच से संबधित नही है अत: प्रवेश हेतु नीट आवश्यक नही है (संदर्भ एफ. न. आर 14011 ई पी - सेकंड भारत सरकार आयुष मंत्रालय दिनांक 25.02.2019)



विगत चार वर्षो से जबसे विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है तब से पूर्ण दुनिया में नैचरोपैथी एवं योग के डॉक्टर्स की आवश्यकता बड़ी है। आज नैचरोपैथी और योग के डॉक्टर्स की आवश्यकता शासकीय, निजी अस्पतालो के साथ साथ मेंडी स्पा, कुज, रिसोट, पांच सितारा होटलो, एवं मल्टी नेशनल कंपनीयो में निरंतर बनी हुई है।



विशेषकर लड़कियो के लिए तो यह पाठ्यक्रम बेहद उपयोगी है वे छात्राए जो नीट में कम अंक ला पायी है, मेडीकल की अत्याधिक फीस जैसी समस्याओ से चितिंत है या नीट की परीक्षा में सममिलित नही हो पायी है वे इस पाठ्यक्रम के द्वारा डॉक्टर बनने का सपना पूरा कर सकती है।


संत हिरदाराम मेंडीकल कॉलेज ऑफ नैचरोपैथी एंड योगिक सांइसिस के माध्यम से कुछ गुणवता युक्त शिक्षा प्राप्त न्यूनतम शुल्क में नैचरोपैथी और योग के डॉक्टर बन सकते है।


इस कॉलेज मे प्रवेश के लिए छात्राओ का कक्षा बाहरवी में फिजिक्स, कैमिस्टी एवं बायोलॉजी विषय में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। प्रवेश प्रकिया की जानकारी हेतु छात्राए महाविधालय की ऐडमिशन सेल से संपर्क कर सकती है।