बस्ती। ईद का पर्व जीवन में कड़ी तपस्या के बाद मिठास का त्यौहार है। यह विचार आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा ने सोमवार को व्यक्त किया। वे कबीर साहित्य सेवा संस्थान द्वारा प्रेस क्लब में आयोजित ईद मिलन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
कहा कि अपने देश में सभी धर्मो के पर्व मिल जुलकर मनाये जाते हैं यह हमारी बड़ी विशेषता है। इस गंगा जमुनी तहजीब को मजबूत करने की जरूरत है। विशिष्ठ अतिथि डा. वाहिद अली सिद्दीकी ने कहा कि माहे रमजान पूर्ण रूप से वैज्ञानिक है। यह गरीबों को मदद करने का बडा अवसर है।
डा. त्रिभुवन प्रसाद मिश्र ने कहा कि ईश्वर तक पहुंचने के अलग-अलग रास्ते हैं। सभी धर्म नेकी की राह पर चलने का संदेश देते हैं। अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ साहित्यकार सत्येन्द्रनाथ मतवाला ने कहा कि ईद की खुशबू दिलों को जोड़ती है। उन्होने प्रेमचन्द साहित्य एवं जन कल्याण संस्थान की ओर से कबीर साहित्य सेवा संस्थान अध्यक्ष मो. सामईन फारूकी को उनके अच्छे प्रयासों के लिये सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामकृष्ण लाल 'जगमग' के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में विनोद उपाध्याय, शैल वर्मा, लालमणि प्रसाद, रहमान अली 'रहमान' शाहिद 'बस्तवी' आदि ने ईद पर केन्द्रित रचना सुनाई। आभार ज्ञापन मो. साईमन फारूकी ने किया। विनय कुमार श्रीवास्तव, डा. दशरथ प्रसाद यादव, मो. वसीम अंसारी, दीपक प्रसाद, दीन बंधु उपाध्याय, मो. मोईन फारूकी के साथ ही अनेक लोग उपस्थित रहे।