गाजे-बाजे के साथ हुई अगवानी, धर्म-ध्वजा थाम किया भक्ति नृत्य
भोपाल। नर्मदा परिसर नयापुरा कोलार रोड में एक और विशाल भव्य जिनालय आकार ले रहा है, यहां रत्नमयी चौबीसी के साथ जिन प्रतिमाओं को विराजमान कराया जायेगा जिनालय के मूल नायक भगवान पार्श्वनाथ की विशाल अति मनोहारी प्रतिमा नवीन वेदिका पर जयकारों के साथ विराजमान की गई।
यह प्रतिमा जयपुर (राजस्थान) के कुशल शिल्पियों द्वारा निर्मित की गई है। राजधानी में विराजित प्रतिमाओं में लगभग 13.5 फिट की भागवान पार्श्वनाथ प्रतिमा अब तक की सबसे बड़ी जिन प्रतिमा होगी। नयापुरा मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल जैन ने बताया कि जिनालय की नवीन वेदिका लगभग 23 फिट की है, जिस पर स्वर्ण नक्कासी भी राजस्थान के शिल्पयों द्वारा की गई है।
जिनालय के शिखर जिसकी ऊंचाई लगभग 108 फिट की है। यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शिखर होगा। जिनालय में निरन्तर निर्माण कार्य चल रहा है यहां रत्नमयी चौबीसी की स्थापना भी होगी जिसमें रत्नों की चौबीसी तीर्थंकर प्रतिमाओं की स्थापना की जायेगी।
मंदिर समिति का पूरा प्रयास है कि इस वर्ष ही जिनालय में पंचकल्याणक महोत्सव कर प्रतिमाओं को प्रतिष्ठिम किया जाये। इसके लिये भोपाल के सभी मंदिर समितियों का विशेष सहयोग भी प्राप्त हो रहा है। पंचायत कमेटी ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी अंशुल जैन ने बताया कि मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा की भव्य अगवानी ललिता चौराहा, नयापुरा में की गई।
गाजे-बाजे के साथ युवा मंडल की दिव्य घोष के वाद्य यंत्रों की स्वरमयी धुनों के द्वारा अगवानी शोभा यात्रा निकली। भगवान पार्श्वनाथ के जयकारों के साथ महिलाऐं धर्म-ध्वजा थामे भक्ति नृत्य कर रही थी रंगमा... रंगमा.... रंग गयो रे, प्रभु थारे रंग में ही रंग गयो रे......।
केसरिया -केसरिया, आज हमारो रंग केसरिया, प्रभु पधारे हमरी नगरिया.... आदि भजनों पर सभी थिरक रहे थे। हर्ष, उल्लास, उमंग के साथ जयकारे लगा रहे थे। संपूर्ण माहौल आस्था के रंग में रंगा हुआ था। विभिन्न मार्गों से होती हुई शोभायात्रा नयापुरा जिनालय पहुँची।
इस अवसर पर नयापुरा मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल जैन, तेज टोंग्या, कपिल जैन, सिरेमल जैन, प्रमोद जैन, सुधीर, दीपक, रवीन्द्र जैन सीहोर, शुभम, चक्रेश जैन, पुनीत जैन, रवि जैन, डी.आर. जैन, नयापुरा महिला मंडल की विमला जैन, अंकला जैन, पूजा, स्वाति आदि मौजूद थे।