नई दिल्ली। आगामी स्वतंत्रता दिवस को लेकर अभी तक दिल्ली में किसी भी आतंकी संगठन की ओर से हमले की धमकी नहीं दी गई है। हालांकि बीते वर्षाें के मुकाबले इस बार खतरा बढ़ा है।
खासतौर से कश्मीर पर आए फैसले के बाद। लेकिन दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल समेत देश की खुफिया एजेंसियों को अभी तक ऐसा कोई इनपुट नहीं हाथ लगा है, जिसमें यह पता लग सके कि आतंकी संगठन दिल्ली में किसी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
खुफिया एजेंसियों की माने तो १५ अगस्त के इतने करीब होने के बावजूद इस तरह की 'शांति' पहली बार महसूस की जा रही है। अब इसे आतंकी संगठनों की योजना को कैच ना कर पाना माना जाए या सच में आतंकी संगठनों में किसी तरह का 'डर'। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि १५ अगस्त और २६ जनवरी पर जिस तरह के रूटीन अलर्ट जारी किए जाते हैं, वह इस बार भी किए गए हैं।
अभी तक हमारे पास कोई इनपुट हाथ नहीं लगा है। यह जरूर कहा जा रहा है कि खतरा बढ़ा है। लेकिन यह सामान्य तौर पर हर १५ अगस्त और २६ जनवरी पर होता ही है। सिर्फ इस बार कश्मीर पर आए फैसले को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है। इसमें किराएदारों के वेरिफिकेशन पर अधिक जोर दिया जा रहा है। अलर्ट में इस तरह की बातें हैं कि भले ही योजनाबद्ध तरीके से हमला ना हो लेकिन कोई सिरफिरा फिदायीन बनकर हमला कर सकता है। इसमें भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलाना, ट्रक-बस से लोगों को कुचलने जैसा नापाक कदम उठाना शामिल है।