जयपुर, कांग्रेस में धारा 370 का डर

जयपुर। राजस्थान में नवंबर में होने वाले शहरी निकाय चुनाव को लेकर पीसीसी में हुई बैठक में धारा 370 का मुद़्दा काफी चर्चा में रहा।


पीसीसी चीफ सचिन पायलट की अध्ण्यक्षता में हुई बैठक में जब नेताओं को बोलने का मौका दिया तो धारा 370 पर उनका दर्द फूट पडा। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने धारा 370 पर खुलकर बात रखने की दलील की। इस पर कांग्रेस नेता और पूर्व चिकित्सा मंत्री एए खान उर्फ दुरू मियां ने कहा कि धारा 370 पर पार्टी का स्टेंंड साफ नहीं है अध्यक्ष कुछ बोलते है तो बाकी नेता कुछ।



 दुर्रू मियां ने कहा कि कभी जयराम रमेश और शशि थरूर पीएम की तारीफ करने की बात कहते है जबकि राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष के बयान अलग है हम जनता को जवाब क्या दें जनता हमसे पछूती है दुरू मियां ने इस पर सचिन पायलट को टोका और कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में यह मुद्दा नहीं है।


स्थानीय मुद्दे होते है उनकी बात कीजिए पायलट के टोकने के बाद भी दुर्रू मियां ने बोलना जारी रखा और धारा 370 पर पार्टी का रूख साफ करने की दलील देते हुए निकाय चुनाव में इससे नुकसान होने की बात कही। बैठक में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने निकाय चुनाव में फील्ड में पर्यवेक्षक नहीं भेजने का सुझाव दिया


धारीवाल ने साफ तौर पर कहा कि पर्यवेक्षक बनाकर भेजे जाने वाले नेता खेल करते है इसलिए पर्यवेक्षक ने भेजे जाए तो ही बेहत्तर है। वहीं पायलट ने 52 शहरी निकायों से जुडे पार्टी पदाधिकारियों और कांग्रेस नेताओं को निाकय चुनाव की तैयारी में जुटने का टास्क दिया है।