भरतपुर। राजस्थान के बहरोड थाने में साथियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग कर छुड़ाए गए राजस्थान के मोस्ट वॉन्टेड बदमाश विक्रम उर्फ पपला का पुलिस 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाई है।
शनिवार की दोपहर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र कुमार रेवाड़ी पहुंचे। राजस्थान के डीजीपी ने साउथ रेंज रेवाड़ी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डॉ. आरसी मिश्रा के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक में रेवाड़ी पुलिस अधीक्षक नाजनीन भसीन, नूंह की पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया व अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं। साउथ रेंज में शामिल जिला रेवाड़ी, पलवल, नूंह व महेंद्रगढ़ की सीमा राजस्थान से सटी हुई है। अधिकारियों की बैठक में पपला को पकड़ने की रणनीति पर चर्चा होगी, साथ वारदात करने के बाद बदमाशों के दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में जाकर छुपने से रोकने के लिए भी कार्ययोजना पर विचार-विमर्श होगा।
कुलदीप गैंग के कुख्यात बदमाश महेंद्रगढ़ के गांव खैरोली निवासी विक्रम उर्फ पपला को शुक्रवार की सुबह बहरोड पुलिस ने दबोचा था तथा थाने ले आई थी। बदमाशों को पकड़ने के करीब तीन घंटे बाद ही उसके साथियों ने बहरोड थाने पर हमला कर दिया तथा ताबड़तोड़ फायरिंग कर पपला को लॉकअप से छुड़ा ले गए थे। बदमाशों ने थाने में करीब 50 राउंड फायर किए थे। यह घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे हुई थी।
बदमाशों की तलाश के लिए राजस्थान पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया हुआ है तथा हरियाणा पुलिस भी इस अभियान में सहयोग कर रही है। परंतु वारदात के 24 घंटे बाद भी बदमाशों का सुराग नहीं लग पाया है।
विक्रम उर्फ पपला पर गांव खैरोली निवासी संदीप फौजी, संदीप की मां बिमला देवी, मामा महेश व नाना श्रीराम की हत्या का आरोप है। चार हत्या के बाद पुलिस द्वारा पपला पर पांच लाख का इनाम रखा गया था। अगस्त 2017 में नारनौल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। आठ सितंबर 2017 को हत्या के मामले में महेंद्रगढ कोर्ट में पेशी के उसके साथी चार पुलिसकर्मियों को गोली मार कर छुड़ा ले गए थे। कोर्ट से भागने के बाद से वह फरार चल रहा था।