हरियाणा में भी लागू होगा एनआरसी: खट्टर  - असम में 19 लाख लोग रह गए सूची से बाहर


चंडीगढ़। असम के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि उनके राज्य में भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू की जाएगी।


खट्टर ने पंचकूला में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एचएस भल्ला और पूर्व नौसेना प्रमुख सुनील लांबा से उनके आवासों पर मुलाकात करने के बाद कहा कि हम हरियाणा में एनआरसी लागू करेंगे। खट्टर ने अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी के महासंपर्क अभियान' के तहत इन दोनों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने देश भर में एनआरसी को लागू करने का पहले भी समर्थन किया था।


उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश भल्ला से मिलने के बाद खट्टर ने कहा कि मैं महासंपर्क अभियान के तहत उनसे मिला। इस अभियान के तहत हम महत्वपूर्ण नागरिकों से मुलाकात करते हैं। उन्होंने सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति भल्ला के बारे में कहा कि इन दिनों वह एनआरसी पर भी काम कर रहे हैं और शीघ्र ही असम जाएंगे। मैंने कहा कि हम हरियाणा में एनआरसी लागू करेंगे और हमने भल्लाजी का समर्थन और उनके सुझाव मांगे।


असम में 31 अगस्त को अंतिम एनआरसी जारी हुई थी और 19 लाख लोग इस सूची से बाहर रह गए थे। असम की सत्तारूढ़ भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों ने इस आ‎खिरी दस्तावेज पर असंतोष प्रकट किया था। उन्होंने न्यायमूर्ति भल्ला को सुझाव दिया कि हरियाणा में एक विधि आयोग का गठन किया जाना चाहिए। हम उसका अध्ययन करेंगे और उसका परीक्षण भी करेंगे। सरकार इस आयोग की स्थापना की व्यावहारिकता पर गौर करेगी। यदि लोग इससे लाभान्वित होते हैं तो इसका गठन किया जाएगा।