जयपुर। राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के 25 जिलों के 52 नगर
निकायों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और निकायों के आयुक्त या अधिशाषी अधिकारी से नगर पालिका चुनाव-2019 के लिए तैयार की जा रही निर्वाचक नामावली के कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए त्रुटिरहित मतदाता सूची का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची से वंचित नहीं रहे और मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध बने।
उन्होंने कहा कि में वार्डों के पुनर्गठन एवं परिसीमन का कार्य कराया जा चुका है। नवीन परिसीमन के अनुसार निर्वाचक नामावली की शुद्वता के लिए संबंधित नगरनिकायों के आयुक्त या अधिशाषी अधिकारी एवं कार्मिक बेहतर सामंजस्य के साथ कार्य करें ताकि चुनाव के दौरान किसी तरह की परेशानी ना हो।
आयोग की सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि शहरी निकाय का चुनाव कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग से 15 अप्रेल तक जोड़े गए नामों की मतदाता सूची को लिया गया है। ऐसे में जिन मतदाताओं ने 15 अप्रेल के बाद विधानसभा की मतदाता सूची में नाम जुड़वाए होंगे उनके नाम नगरपालिका की मतदाता सूची में नहीं होंगे।
उन सभी मतदाताओं के नाम राज्य निर्वाच्न आयोग की मतदाता सूची में जुड़वाना सुनिश्चत करें। अन्य मतदाता जांच लें और उनका नाम नहीं हो तो 14 से 23 सितंबर की अवधि में अपना नाम जुड़वा लें या किसी भी प्रकार का कोई संशोधन हो तो वह भी करवा लें।