- सफेद झंडा दिखाकर ले गए शव
श्रीनगर। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।
जम्मू-कश्मीर में भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर लगातार गोलाबारी कर रहे पाकिस्तान के दो सैनिकों को भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया है। अब तक अपने सैनिकों की मौत की खबरों से मुकरता रहा पाकिस्तान सफेद झंडा दिखाकर इन सैनिकों के शव को ले गया।
इससे पहले पाकिस्तान ने कई बार गोलीबारी कर अपने सैनिक के शव को ले जाने की कोशिश की लेकिन उसके हरेक प्रयास को सेना ने विफल कर दिया। मजबूरन पाकिस्तान को सफेद झंडा दिखाना पड़ा। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के हाजीपुर सेक्टर का यह वीडियो 10/11 सितंबर के बीच का है।
वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि पाकिस्तान सैनिक सफेद झंडा उठाकर अपने सैनिकों के शव को ले जा रहे हैं। इस वीडियो सबूत के बाद अब पाकिस्तान के लिए अपने सैनिकों के मारे जाने की खबर से मुकरना काफी मुश्किल होगा। सेना की भाषा में कहें तो सफेद झंडा या तो आत्म समर्पण या युद्धविराम का संकेत माना जाता है।
सूत्रों ने बताया कि मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों में सिपाही गुलाम रसूल शामिल हैं जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलनगर इलाके के हैं। इससे पहले पाकिस्तानी सैनिकों ने अपने एक पंजाबी मुस्लिम सैनिक का शव पाने के लिए गोलाबारी तेज कर दी थी लेकिन बाद में उसे अपने एक और जवान से हाथ धोना पड़ा।
कई बार प्रयास करने के बाद भी पाकिस्तानी सैनिक अपने मृतक सैनिक का शव वापस नहीं ले जा पाए। इसके बाद उन्हें 13 सितंबर को सफेद झंडा दिखाना पड़ा ताकि मृतक सैनिकों के शव को वापस ले जाया जा सके। भारतीय सेना ने भी सफेद झंडा दिखाए जाने के बाद उन्हें ऐसा करने दिया।
बता दें कि पिछले दिनों राज्य के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास गांवों में भारी गोलाबारी में 6 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे और 5 जानवरों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के मनकोटे, बालाकोटे और मेंढर सेक्टरों में एलओसी के पास अग्रिम चौकियों और नागरिक इलाकों में भारी गोलाबारी की थी।
पाकिस्तानी गोलाबारी और जम्मू-कश्मीर के ताजा हालात का जायजा लेने के लिए उत्तरी सेना कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने हाल ही में कश्मीर घाटी का दौरा किया। चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने उत्तरी कश्मीर के भीतरी इलाके और नियंत्रण रेखा का दौरा किया।