सागर, संभागायुक्त ने ली जिलाधिकारियों की समीक्षा बैठक
सागर। कमिश्नर आनंद कुमार शर्मा ने कहा है कि छतरपुर जिले में मूंग और उड़द की फसलों के नुकसान का निरीक्षण और सर्वे कार्य के लिए तत्काल एसएलआर के साथ संयुक्त दल का गठन कर निरीक्षण और सर्वे रिपोर्ट सौंपी जाए।
इसके साथ ही कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में फसल नुकसानी का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। कमिश्नर श्री शर्मा ने यह निर्देश कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में शासकीय विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।
कमिश्नर ने कहा कि पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण विकास और प्रधानमंत्री सड़क योजनांतर्गत अधूरे सड़क और पुल-पुलिया का निर्माण कार्य तत्काल पूरा करवाकर चालू करवाएं। इसके साथ ही प्रतिदिन की प्रगति संबंधी जानकारी से वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराएं। कमिश्नर ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान 15 सितम्बर से शुरू हुए उपभोक्ता शिविर का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
50 प्रतिशत से कम जल भराव वाले 45 तालाब
समीक्षा बैठक के दौरान जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने संभागायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि अब तक की वर्षा के बावजूद 74 तालाबों में से 45 तालाब में 50 प्रतिशत से कम जल भराव हुआ है, जबकि 27 तालाब में 90 प्रतिशत से ज्यादा जल भराव है। कमिश्नर ने लोक सेवा केन्द्रों के संचालन, स्वास्थ्य विभाग में योजनाओं के प्रगति की पोर्टल पर फीडिंग और अवैध खनिज उत्खनन एवं परिवहन की जानकारी भी ली।
राशन की कालाबाजारी पर रोक लगाएं
कमिश्नर ने खाद्य विभाग समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में बंद शासकीय उचित मूल्य दुकानों को खुलवाएं। इसके अलावा अधिक आबादी होने पर नई दुकान भी खोली जाएं। उन्होंने कालाबाजारी रोकने और राशन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
कमिश्नर ने वनाधिकार पट्टे वितरण के संबंध में जरूरी प्रशिक्षण और टेबलेट की उपलब्धता के बारे में जानकारी लेकर सार्वजनिक दावा बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने राजस्व न्यायालय में लंबित प्रकरणों को तत्काल निपटाने, स्कूल और छात्रावास में प्रवेश और पुस्तक वितरण के संबंध में जानकारी लेकर परीक्षा का रिजल्ट सुधारने के लिए ताकीद किया। उद्योग विभाग के अधिकारी को स्वरोजगार प्रकरणों में तहसीलवार शिविर के जरिए हितग्राहियों को लाभांवित करने,
महिला बाल विकास अधिकारी को शत्-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने और पोषण आहार का दुरूपयोग रोकने और ईई पीएचई को जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए क्लोरोनाईजेशन और टीम को हमेशा सर्तक रखने के लिए भी दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी समन्वय और टीम वर्क के रूप में कार्य करें।
इसके अलावा अधिकारीगण भ्रमण के दरम्यान दूसरे शासकीय विभागों की संस्थाओं का भी निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। बैठक में कलेक्टर मोहित बुंदस, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु चन्द्र, एडीएम पी.एस. चौहान सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।