मुंबई। इस साल 2 अक्टूबर महात्मा गांधी की जयंती से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लग जाएगा।
इसका सबसे ज्यादा असर ई-कॉमर्स कंपनियों पर पड़ने वाला है। फ्लिपकार्ट, अमेजन, बिगबास्केट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां प्लास्टिक का विकल्प तलाशने में जुट गई हैं। सरकार प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए ई-कॉमर्स कंपनियों से उनके द्वारा पैदा किए गए प्लास्टिक वेस्ट को रिसाइकल करने के लिए भी कह सकती है।
पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियां बड़ी मात्रा में प्लास्टिक वेस्ट तैयार करती हैं। इस लिए इसको रिसाइकल करने की जिम्मेदारी भी इनको दी जा सकती है। ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने हाल ही में कहा था कि उसने सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल 25 फीसदी तक घटा दिया है और कंपनी ने 2021 तक 100 फीसदी प्लास्टिक रिसाइकल का लक्ष्य रखा है।
फ्लिपकार्ट का कहना है कि उसने विस्तारित निर्माता जिम्मेदारी (ईपीआर) के तहत कंपनी की ओर से तैयार किए जा रहे वेस्ट में से 30 फीसदी की कलेक्ट करना शुरू कर दिया है। ईपीआर पॉलिसी के तहत वेस्ट निर्माण करने वाली कंपनियों को उत्पाद की बिक्री के बाद इसका निस्तारण करना होगा।
अमेजन और बिग बास्केट जैसी अन्य ई-कॉमर्स कंपनियां भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने का प्रयास कर रही हैं। बिग बास्केट ने बेंगलुरु में पैकिंग के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दिया है। गौरतलब है कि बेंगलुरु पहले से ही सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा चुका है।