हरदोई। भार्तीय जनता पार्टी ने हरदोई में शिवलिंग तोड़ने के आरोप में अरुण मौर्या को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही बीजेपी ने तीन सदस्यीय जांच टीम भी गठित की है, जो तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देगी। हालांकि बताया जा रहा है कि अरुण मौर्या पुलिस की गिरफ्तारी के डर से अभी फरार चल रहे हैं। वहीं, इसके बजह से अब तमाम हिंदू संगठनों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हिंदू संगठनों ने चौराहों को जाम कर दिया और जमकर बवाल किया। इसके बाद हिंदू संगठन ने कहा कि अगर बीजेपी नेता की गिरफ्तारी नहीं होती है तो यह आंदोलन और भी उग्र होता चला जाएगा।
वहीं पार्टी शीर्ष नेतृत्व की तरफ से बीजेपी नेता के खिलाफ जांच कराई जा रही है। फिलहाल, उनको पार्टी पद से कार्यमुक्त कर दिया गया है। बताया जाता है कि अरुण मौर्या को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या का राइट हैंड माना जाता है। यही वजह है कि अरुण मौर्या पर पुलिस कर्रवाई करने से घबरा रही है।
जांच के बाद बताया गया कि हरदोई में अराजक तत्वों ने मंदिर परिसर में घुसकर शिवलिंग तोड़ दिया था। इससे आसपास के इलाके में तनाव फैल गया था।तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई थी। वहीं, लोगों ने भाजपा नेता अरुण मौर्या समेत 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
उस समय मंदिर परिसर में भाजपा नेता अरुण मौर्य के नेतृत्व में कुशवाहा समाज के लोगों की एक मीटिंग हुई थी, जिसमें कुशवाहा समाज की भूमि पर मंदिर बनाए जाने को लेकर चर्चा हुई थी। मामले के बाद बजरंग दल के लोगों ने हरदोई पुलिस को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही पुलिस ने आरोपी बीजेपी नेता की गिरफ्तारी नहीं की तो आंदोलन और उग्र हो जाएगा।