नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को कहा कि उसने 126 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं के लिए यमुना एक्सप्रेसवे घोटाले की जांच अपने हाथ में ले ली है और पूर्व सीईओ पी.सी. गुप्ता और 20 अन्य इसकी प्राथमिकी में।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने यमुना एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए मथुरा में भूमि के बड़े क्षेत्रों की खरीद की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश पर मामला दर्ज किया है।
सीबीआई को केंद्र सरकार से अक्टूबर में मामले की जांच करने की अनुमति मिली।
इसकी शिकायत में राज्य सरकार ने आरोप लगाया कि यमुना एक्सप्रेसवे के लिए जमीन 2014 में तत्कालीन यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा सात मथुरा गांवों में 85 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी, जिससे राज्य सरकार को 126 करोड़ का नुकसान हुआ था।
मामला पहले गौतमबुद्ध नगर के कासना पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था।