चाईना पर सर्जिकल स्ट्राईक कब ... डा. शेख

ख्वाजा गरीब नवाज पर अमिश देवगण की टिप्पणी अशोभनीय


 


मथुरा – वंचितसमाज इंसाफ पार्टी की बैठक पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पर आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भीमसिंह मिश्रा ने की। बैठक को संबोधित करने से पहले पार्टी के सभी सदस्यों में चाईना हमले में शहीद हुए सभी जवानों के लिये 2 मिनट का मौन रखा और श्रद्वाजंलि दी। डा. शेख ने कहा कि चाईना एक धोखेबाज, मौकापरस्त देश है जिस पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए | लडने के लिए आर्थिक सम्पदा की नहीं बल्कि फौलादी संकल्प, बुंलद हौसले, दृढ इच्छा शक्ति, ऊँचे मनोबल की जरुरत है। चाईना ने जो जवानों की क्षति भारत को पहँचाई है वह कभी किसी वार्ता से पूरी  नहीं हो सकती । इस कमी को तभी पूरा किया जा सकता है जब भारत सरकार चाईना पर एक बडी सर्जिकल स्ट्राइक करके तकरीबन 200 चाईनीज फौजियों के सिर लाकर भारत की उन माँओ को सौपें जिन्होनें चाईनीज सैनिकों के कायराना हमले में अपने लालों को खोया है। श्री शेख ने कहा कि आज जिधर देखो छोटे छोटे देश नेपाल जैसे भी हमला कर रहे हैं और भारत की जमीन को कब्जाने में लगे हुये हैं। उधर श्री शेख ने अमिश देवगण पर भी हमला साधते हुए कहा कि यह पत्रकार नहीं दलाल, गिरा हुआ और देश के भाई चारे को खराब करने के लिए जाना जाता है इसीलिए टीवी पर बैठकर हिन्दु-मुस्लिम करता रहता है।  डा.शेख ने कहा कि भारत सरकार अमिश देवगण पर मुकदमा दर्ज करें क्युंकि ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती सिर्फ मुसलमानों ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हिन्दू-मुस्लिम अजमेर दरगाह पर आते हैं और लोगों की आस्था का केन्द्र हैं। इस मौके पर भीमसिंह मिश्रा ने कहा कि भारत सरकार हर मौर्च पर विफल हुई है। सिर्फ 6 सालों में देश को बांटने में ही सफल हो पाई है। आज पूरी दुनिया में प्रेट्रोल-डीजल के दाम गिर रहे हैं जबकि भारत में लगातार प्रेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना महामारी की वजह से देश का किसान, मजदुर, मध्यमवर्गिय व सभी तबका व्यवसाय बंद होने की वजह से परेशान है और सरकार अम्बानी, अडानी को और अमीर बनाने के लिए प्रेट्रोल-डीजल के दाम बढा रही है।


इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नासिर खान ने कहा कि देश के जासूस आंतकवादी द्रविन्दर सिंह को जमानत मिलना इस बात का सबूत है कि देश की न्यायिक व्यवस्था भी डगमगा गई है। ऐसा लगता है कि न्याय सच और झुठ पर नहीं सरकार के ईशारे पर आदेश, फैसले और प्रमोशन दिये जा रहे हैं वर्ना डाक्टर कफील व सफूरा और अनेकों अपने हक की आवाज उठाने वाले लोग आज जेल में नहीं होते। इस मौके पर मसूर, असलम अली शेख, बबीता, बिलाल, विमल सिंह सैनी, इरफान पठान, राशिद चौधरी, सफीर खान, ईमरान, निहाल सिंह, अली अब्बास, नजमा बेगम, मिनाक्षी, रानी आदि मौजूद थे।