लोकसभा, संसद में उन्नाव कांड को लेकर बरसा विपक्ष (30आरएस42ओआई)

- सदन में गूजें बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के नारे
नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को एक बार फिर उन्नाव दुष्कर्म को लेकर सत्ता और विपक्षा आमने-सामने आ गए हैं। उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर बेशक इस समय जेल में बंद हैं लेकिन रविवार को पीड़िता, उसके वकील, चाची-मौसी जिस कार में सवार थे उसे रायबरेली के पास एक ट्रक ने टक्कर मार दी।


हादसे में चाची-मौसी की मौत हो गई है। जबकि पीड़िता और वकील जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब पीड़िता कार से रायबरेली जिला जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी। इस कांड ने एक बार फिर विपक्ष को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर सवाल खड़े करने का मौका दे दिया। हालांकि यूपी सरकार का कहना है कि उसने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है और इसकी निष्पक्षतापूर्वक जांच कराई जाएगी।


लेकिन घटना से जुड़े कई पहलुओ की वजह से इसमें साजिश होने का भी अंदेशा लग रहा है। इसी बीच मंगलवार को लोकसभा में इस कांड को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। संसद के अंदर और बाहर इसे लेकर हंगामा किया गया।



- विपक्ष ने लगाए उन्नाव की बेटी को इंसाफ दो के नारे
कांग्रेस ने सदन में इस मुद्दे को उठाया। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। फिर भी विपक्षी दलों का सदन में हंगामा जारी है। भाजपा सांसद ने कहा कि इस साजिश में समाजवादी पार्टी शामिल है। हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि जिस ट्रक ने उन्नाव की पीड़िता को कुचला वह सपा नेता का है।


विपक्ष सदन में बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का क्या हुआ, उन्नाव की बेटी को इंसाफ दो', गृहमंत्री जवाब दो' के नारे लगा रहा है। स्पीकर ओम कुमार बिड़ला की चेतावनी के बावजूद हंगामा जारी है। इससे पहले संसद परिसर में समाजवादी पार्टी, डीएमके और टीएमसी के सांसदों ने गांधी मूर्ति के पास इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में उन्नाव बलात्कार पीड़िता की कार को टक्कर मारने पर कहा कि इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। मामले की सीबीआई जांच की जा रही है। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। सरकार निष्पक्षता के साथ इसकी जांच कर रही है।



- सभ्य समाज पर धब्बा 
लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्नाव की घटना के कारण भारत के लोग आज शर्म महसूस कर रहे हैं। यह सभ्य समाज पर एक धब्बा है। जहां एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है। एक ट्रक रायबरेली में पीड़िता की कार को टक्कर मार देता है और गवाह की हत्या कर दी जाती है। पीड़िता और उसका वकील गंभीर हालत में हैं। उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि गृहमंत्री सदन में आएं और बयान दें। हम किस तरह के समाज की बात कर रहे हैं। जहां पीड़िता के साथ इस तरह की घटना घटती है।



- जो सरकार कहती है
पुलिस वही करती 
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उन्नाव दुष्कर्म कांड की पीड़िता से मिलने के लिए ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए पीड़िता व उसके परिवार की हालत के लिए योगी सरकार व पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार कानून व्यवस्था में सुधार का दावा कर रही है लेकिन अपराध बढ़ते ही चले जा रहे हैं।


पीड़िता के पिता को मार दिया गया। उसके चाचा को जेल में डाल दिया गया लेकिन सरकार विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जेल में हत्याएं हो रही हैं। जेलों में अपराधी क्या कर रहे हैं। इसकी खबरें लगातार मीडिया में आती रहती हैं। इन सबके लिए पुलिस जिम्मेदार है और पुलिस वही कर रही है जो सरकार कहती है।